डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई हत्याकांड में हरियाणा पुलिस को बड़ी सफलता मिला है. पुलिस ने घटना के दूसरे दिन बुधवार को आरोपी मित्तर पुत्र इशाक को अरेस्ट कर लिया है. पुलिस ने मित्तर को भरतपुर जिले के थाना पहाड़ी इलाके से पकड़ा है. आरोपी गंगोरा गांव में मिला है. हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने इस संबंध में जानकारी दी है.पुलिस ने बताया कि आरोपी मित्तर के खिलाफ जिला भरतपुर के थाना सदर टौरू में प्राथमिकी भी दर्ज की गई है. बता दें किहरियाणा के तावडू (नूंह) में डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई की मंगलवार दोपहर खनन माफिया ने डंपर से कुचलकर हत्या कर दी थी. डीएसपी तावडू हिल इलाके में छापेमारी करने गए थे. उन्होंने अवैध तरीके से पत्थर लेकर आ रहे डंपर को हाथ देकर रोकने का इशारा किया,हत्याकांडडंपरचालकमित्तरकोहरियाणापुलिसनेभरतपुरसेगिरफ्तारकिया लेकिन डंपर की स्पीड तेज करते हुए ड्राइवर उन्हें कुचल दिया था. घटना में डीएसपी का निजी स्टाफ और 4 पुलिस कर्मचारी बाल-बाल बचे थे.स्थानीय थाने के SHO ने बताया कि डीएसपी सिर्फ स्टाफ के साथ गए थे. उनके साथ पुलिस फोर्स नहीं था. एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि डीएसपी अपने आधिकारिक वाहन के पास खड़े थे, उन्होंने लगभग 12:10 बजे अवैध खनन करने वाले एक वाहन को रुकने के लिए कहा तो डंपर चालक ने उन्हें रौंद दिया.इस घटना के बाद हरियाणा पुलिस एक्शन में आ गई थी. मंगलवार की शाम आरोपियों के साथ पुलिस की मुठभेड़ हो गई थी. डंपर के क्लीनर इकरार को एनकाउंटर में गोली लग गई, जिसके बाद उसे नलहर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. वहीं बताया जा रहा है कि पुलिस ने डंपर के ड्राइवर को भी गिरफ्तार कर लिया है. इसके अलावा 3-4 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की जा रही है. इस घटना के बाद आईजी, नूंह एसपी के साथ ही डीजीपी भी घटनास्थल पर पहुंचे थे.इस मामले में दर्ज एफआईआर में कई दावे किए गए हैं. एफआईआर के मुताबिक, डंपर में 3-4 लड़के बैठे थे. डंपर में पीछे वाली नंबर प्लेट नहीं थी. डंपर के आगे वाली नंबर प्लेट पर HR-74A लिखा था, बाकी नंबर नहीं लिखे थे. वहीं, सरकार ने DSP को शहीद का दर्जा दिया है. इसके साथ ही सीएम मनोहर लाल खट्टर ने ऐलान किया है कि परिवार को एक करोड़ की मदद दी जाएगी. परिवार से एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी भी मिलेगी. बताया गया है कि डीएसपी इसी साल रिटायर होने वाले थे.